लम्बोदर पीताम्बर मनहारी गणेश हिंदी भजन लिरिक्स
Lambodar Pitambar Manhari Ganesh Hindi Bhajan Lyrics
Lambodar Pitambar Manhari Ganesh Hindi Bhajan Lyrics -HD Video Download
जाके पितुमात गौरी त्रिपुरारी,
मूषक कि जो करते हैं सवारी,
कहलाते है जो विघ्न हारी,
लम्बोदर पीताम्बर मनहारी…..
धन वैभव यश विद्या पाबे,
गणपति के गुणगान जो गावे,
सुमरे जो गणपति स्त्रोतम,
सर्व कार्य सिद्धि उसके हो जा,वे
ऐसे विनायक के हर कोई वलिहारी..
रिद्धि शिद्धि संग गणपत विराजै,
अति आनंद तनमन में छाये,
शीश मुकुट माथे पे शोभित,
सिंघासन फल फूल से साजे,
आरती गणपति की कीजै,
पूरी होगी कामना तुम्हारी…