हर मुश्किल का हल गणेश हिंदी भजन लिरिक्स
Har Mushkil Ka Hal Ganesh Hindi Bhajan Lyrics
Har Mushkil Ka Hal Ganesh Hindi Bhajan Lyrics -HD Video Download
सूझ बूझ के गणपति पीताम्बर
बिद्या के धनी है जेष्ठ पुत्र शंकर………..
देवा के अंदर दिमाग भयंकर
हर मुश्किल का हल, लम्बोदर..
मयूर पर बिराजे कार्तिक भैया
बोले लगाते हैं धरती का चक्कर…….
अचरच में पड़ गये गजानन भैया
मूषक सग कैसे चले लम्बोदर.
फिर देवा ने दिमाग दिखाकर
सावित किया वो है विद्याधर…
देवा के अंदर दिमाग भयंकर….
हर मुश्किल का हल, लम्बोदर
गणपति से बोली पार्वती मैय्या…
मेरा क्यू ऐसे लगा रहे चक्कर
वोले गजानन मा ही धरती है…..
ये है धरा के चक्कर के बराबर
गणराज कहलाये बिदद्याधर..
देवा के अंदर दिमाग भयंकर
हर मुश्किल का हल, लम्बोदर…