बजरंग बली मेरी नाव चली, जरा बल्ली कृपा की लगा देना
Bajrang Bali Meri Naav Chali
Bajrang Bali Meri Naav Chali -HD Video Download
बजरंग बली मेरी नाव चली,
जरा बल्ली कृपा की लगा देना ।
मुझे रोग व शोक ने घेर लिया,
मेरे ताप को नाथ मिटा देना ॥
अंतरा :-
मै दास आपका जनम से हूँ,
बालक और शिष्य भी धर्म से हूँ ॥
बेशर्म, विमुख निज कर्म से हूँ,
चित्त से मेरा दोष भुला देना ।
बजरंग बली मेरी नाव चली,
जरा बल्ली कृपा की लगा देना ॥
दुर्बल हूँ, गरीब हूँ, दीन हूँ मै
नित कर्म-क्रिया गति क्षीण हूँ मै ॥
बलवीर तेरे आधीन हूँ मै,
मेरी बिगड़ी हुई को बना देना ।
बजरंग बली मेरी नाव चली,
जरा बल्ली कृपा की लगा देना ॥
बल देके मुझे निर्भय कर दो,
यश कीर्ति मेरी निर्भय कर दो ॥
मेरे जीवन को सुखमय कर दो,
संजीवन ला के पिला देना ।
बजरंग बली मेरी नाव चली,
जरा बल्ली कृपा की लगा देना ॥
करूणा निधि आपका नाम भी है,
शरणागत आपका दास भी है ॥
इसके अतिरिक्त ये काम भी है,
श्री राम से मोहे मिला देना ।