भोले की बारात हिमाचल के बाग मैं शिव हिंदी भजन लिरिक्स
Bhole Ki Barat Himachal Ke Bag Me Shiv Hindi Bhajan Lyrics
Bhole Ki Barat Himachal Ke Bag Me Shiv Hindi Bhajan Lyrics -HD Video Download
Bhole Ki Barat Himachal Ke Bag Me Shiv Hindi Bhajan Lyrics
ब्याहवण वाळी रात आगी, मोड्या की जमात आगी,
शिवजी की बरात आगी, रे हिमाचल के बाग़ में,
हिमाचल के बाग़ में……..
देख के मुश्किल ते दिल डाट्या,
सारा शहर बथेरे ही नाट्या,
एक पाट्या सा लंगोटा ले रह्या,
एक कुण्डी एक सोटा ले रह्या,
एक धड़ी का सोटा ले रह्या,
हिमाचल के बाग़ में……..
जण खेत में बड़े रह सपेले,
जे कर रहे स घने रे झमेले,
दो चेले वो गाल ले रह्या,
शीतल बड़ा झमेल ले रह्या,
एक बुढा सा बैल ले रह्या,
हिमाचल के बाग़ में…….
इसने कौन बता दे साध रे,
यो स बदमाशा स म बाद,
नाद जनेऊ मृगछाला ले रह्या,
डमरू बाजन आळा ले रह्या,
रुण्ड मुंड की माला ले रह्या,
हिमाचल के बाग़ में……..
कहे लखमी चंद करम की साख,
लाल बणा रहवे दोंयो रे आँख,
ताक में शिकारी सा बैठ्या,
घेरे कौल बेमारी बैठ्या,
मांगे राम मदारी बैठ्या,
हिमाचल के बाग़ में………