Dulha Ban Aaye Tripurari Shiv Hindi Bhajan Lyrics
दूल्हा बन आये त्रिपुरारी शिव हिंदी भजन लिरिक्स
Singer By: RAJENDRA PRASAD SONI
Lyrics By : Traditional
Dulha Ban Aaye Tripurari Shiv Hindi Bhajan Lyrics Sung By : RAJENDRA PRASAD SONI This version of song is written by Traditional Dulha Ban Aaye Tripurari Shiv Hindi Bhajan Lyrics Publisher : RAJENDRA PRASAD SONI It is written very beautifully, if you like this song, then share it with others, share it with your friends or Facebook or Whatsapp and give us support.
Dulha Ban Aaye Tripurari Shiv Hindi Bhajan Lyrics -HD Video
Songs Info : बहुत ही सुन्दर गाना हैं Dulha Ban Aaye Tripurari Shiv Hindi Bhajan Lyrics | दूल्हा बन आये त्रिपुरारी शिव हिंदी भजन लिरिक्स जिसे लिखा हैं Traditional और गया हैं RAJENDRA PRASAD SONI बहुत ही सुन्दर तरह से लिखा गया हैं अगर ये गाना आपको अच्छा लगा तो दुसरो के साथ भी शेयर करे अपने दोस्तों या Facebook या Whatsapp पर शेयर करे और हमें सहयोग प्रदान करे .
दूल्हा बन आए त्रिपुरारी रे त्रिपुरारी,
होके बैल पे सवार पहनें सर्पों के हार,
लागे सुंदर छवि प्यारी रे त्रिपुरारी,
दूल्हा बन आए त्रिपुरारी रे त्रिपुरारी,
होके बैल पे सवार पहने सर्पों के हार….
गंगा को प्रभु जी शीश पे धारे,
कानों में सर्पों के कुण्डल डारे,
सर्पों की माला है कण्ठ में डाला है,
श्री चंद्र धारी रे त्रिपुरारी,
दूल्हा बन आए त्रिपुरारी रे त्रिपुरारी,
होके बैल पे सवार पहने सर्पों के हार….
मरघट की राख़ को अंग रमाए,
कंठ पे काले काले नाग लहराए,
मस्तक विशाला है, त्रिनेत्र वाला है,
त्रिशूल धारी रे त्रिपुरारी,
दूल्हा बन आए त्रिपुरारी रे त्रिपुरारी,
होके बैल पे सवार पहने सर्पों के हार…..
भंग धतूरे को खाने वाला,
सब देवों में देव निराला,
सर्प और ततैया है बिच्छू बरैईया है,
बाग्मबर धारी रे त्रिपुरारी,
दूल्हा बन आए त्रिपुरारी रे त्रिपुरारी,
होके बैल पे सवार पहने सर्पों के हार…
ब्रह्मा विष्णु देव बाराती,
भूत प्रेत सब संगी साथी,
रूप विशाला है सब से निराला है,
राजेंद्र छवि प्यारी रे त्रिपुरारी,
दूल्हा बन आए त्रिपुरारी रे त्रिपुरारी,
होके बैल पे सवार पहने सर्पों के हार….
Dulha Ban Aaye Tripurari Shiv Hindi Bhajan Lyrics -HD Video