ढूंढता जो सदा सांवरे को संवारा खुद उसे ढूंढता हैं Krishna Hindi Bhajan
Dundhta Jo Sadaa Saanvare Ko Saanvra Khud Use Dundhta Hai Saanvara Hindi Bhajan
Dundhta Jo Sadaa Saanvare Ko Saanvra Khud Use Dundhta Hai Saanvara Hindi Bhajan -HD Video Download
उसको कोई भी डर न भँवर का
एक उसकी ही मंजिल सही है
जो पथीक है प्रभु की डगर का
गम की आंधी उसे क्या उडाये
जो प्रभु मौज में झूमता हैं
ढूंढता जो सदा सांवरे को, संवारा खुद उसे ढूंढता हैं
सच्चे ह्रदय से होकर जो समर्पित
अपने ठाकुर को जो पूजता हैं
जिसका रिश्ता है मायापति से
जग की माया उसे क्या लुभाए
उसकी नजरो में सब है बराबर
कोई अपने न कोई पराए
जिसके दिल में बसा श्याम सुन्दर
हर कही श्याम को देखता है
ढूंढता जो सदा सांवरे को, संवारा खुद उसे ढूंढता हैं
सच्चे ह्रदय से होकर जो समर्पित
अपने ठाकुर को जो पुजता हैं
एक दिन छोड़ के जग है जाना
बिन्नू बन जा प्रभु का दीवाना
श्याम को जिसने अपना माना
उसको चरणों में मिलता ठिकाना
जाने के बाद में ये जामना
उनके चरणों की रज ढूंढता हैं
ढूंढता जो सदा सांवरे को, संवारा खुद उसे ढूंढता हैं
सच्चे ह्रदय से होकर जो समर्पित
अपने ठाकुर को जो पुजता हैं