जगत के रंग क्या देखूं शिव हिंदी भजन लिरिक्स
Jagat Ke Rang Kya Dekhu Shiv Hindi Bhajan Lyrics
Jagat Ke Rang Kya Dekhu Shiv Hindi Bhajan Lyrics -HD Video Download
Jagat Ke Rang Kya Dekhu Shiv Hindi Bhajan Lyrics
जगत के रंग क्या देखूं, तेरा दीदार काफी है
क्यों भटकूँ गैरों के दर पे, के शिव का द्वार काफी है…..
जगत के रंग क्या देखूं, तेरा दीदार काफी है
तेरा दीदार काफी है ……….
नज़ारे और दुनिया के, मेरी आँखों को ना भये
मेरी आँखों को ना भये
तेरी मूरत तेरा दर्शन तेरा श्रृंगार काफी है ………..
जगत के रंग क्या देखूं, तेरा दीदार काफी है……
जगत के साज बाजों से, हुए हैं कान अब बहरे
जगत के साज बाजों से, हुए हैं कान अब बहरे
हुए हैं कान अब बहरे
कहाँ जाके सुनूँ सुमिरन
मधुर शिव नाम काफी है
जगत के रंग क्या देखूं, तेरा दीदार काफी है …….
जगत के रिश्तेदारों ने, बिछाया जाल माया का
जगत के रिश्तेदारों ने, बिछाया जाल माया का
बिछाया जाल माया का
तेरे भक्तों से हो प्रीति, के शिव परिवार काफी है
जगत के रंग क्या देखूं, तेरा दीदार काफी है ……..
जगत की झूटी रौनक से, हैं आँखें भर गयी मेरी
जगत की झूटी रौनक से, हैं आँखें भर गयी मेरी
हैं आँखें भर गयी मेरी
चले आओ मेरे भोले
चले आओ मेरे भोले, दरश की प्यास काफी है……
जगत के रंग क्या देखूं, तेरा दीदार काफी है
जगत के रंग क्या देखूं, तेरा दीदार काफी है
जगत के रंग क्या देखूं, तेरा दीदार काफी है
जगत के रंग क्या देखूं, तेरा दीदार काफी है……