कैकई प्रसंग राम हिंदी भजन लिरिक्स
Kaikai Prasang Ram Hindi Bhajan Lyrics -HD Video Download
स्थाई -असरों का नाश करने के लिए ,
विष्णु ने लिया राम अवतार,
फिर काहे कैकई माँ को,
दोष लगाते हो बार बार ,
ये है राम अबतार , ये है राम अबतार,
कोरस – ये है राम अबतार , ये है राम अबतार
राम राज अगर तभी को जाता,
फिर राम को कौन मार पाता,
इसलिय सरस्वती के द्वारा,
मंथरा का दिमाग भष्ट हो जाता,
फिर मंथरा ने भरे एसे कान,
राम को छोडना पड़ा घर द्वार……
सारी अयोध्या में मातम छाता,
हरेक कैकई को दोष लगता,
क्या दशरथ क्या लक्ष्मण को,
विधि का विधान समझ न आता,
पुत्र मोह में दशरथ आकर,
प्राण देने को किया स्वीकार………