माँ का दरबार प्यारा लगे दुर्गा भजन Maa Ka Darbar Pyara Lage Durga Hindi Bhajan Lyrics
Maa Ka Darbar Pyara Lage Durga Hindi Bhajan Lyrics
माँ का दरबार प्यारा लगे दुर्गा हिंदी भजन लिरिक्स
Singer By: Pujya Shri Devendra Ji Maharaj
Lyrics By : Devendra Pathak
Maa Ka Darbar Pyara Lage Durga Hindi Bhajan Lyrics Sung By : Pujya Shri Devendra Ji Maharaj This version of song is written by Devendra Pathak Maa Ka Darbar Pyara Lage Durga Hindi Bhajan Lyrics Publisher : Devendra Pathak It is written very beautifully, if you like this song, then share it with others, share it with your friends or Facebook or Whatsapp and give us support.
Maa Ka Darbar Pyara Lage Durga Hindi Bhajan Lyrics -HD Video
Songs Info : बहुत ही सुन्दर गाना हैं Maa Ka Darbar Pyara Lage Durga Hindi Bhajan Lyrics | माँ का दरबार प्यारा लगे दुर्गा हिंदी भजन लिरिक्स जिसे लिखा हैं Devendra Pathak और गया हैं Pujya Shri Devendra Ji Maharaj बहुत ही सुन्दर तरह से लिखा गया हैं अगर ये गाना आपको अच्छा लगा तो दुसरो के साथ भी शेयर करे अपने दोस्तों या Facebook या Whatsapp पर शेयर करे और हमें सहयोग प्रदान करे .
जय जय अम्बे वाली की जय जय जय खप्पर वाली की जय
चुनरी चढ़ाओ माँ को धीरे धीरे मेहँदी लगाओ माँ को धीरे धीरे
चुनरी चढ़ाओ माँ को धीरे धीरे मेहँदी लगाओ माँ को धीरे धीरे
माँ का श्रृंगार प्यारा लगे माँ का दरबार बड़ा प्यारा लगे
चुनरी चढ़ाओ माँ को धीरे धीरे मेहँदी लगाओ माँ को धीरे धीरे
चुनरी चढ़ाओ माँ को धीरे धीरे मेहँदी लगाओ माँ को धीरे धीरे
माँ का श्रृंगार प्यारा लगे माँ का दरबार प्यारा लगे
जम्मू ऊँचे पर्वत पे वैष्णो रानी महीयर पे बैठी शारदा भवानी
विंध्यांचल में बैठी विंध्यांचल रानी काली खोह अष्ट भुजी कल्याणी
जम्मू ऊँचे पर्वत पे वैष्णो रानी महीयर पे बैठी शारदा भवानी
विंध्यांचल में बैठी विंध्यांचल रानी काली खोह अष्ट भुजी कल्याणी
माँ का अद्भुत ये नजारा लगे
माँ का दरबार प्यारा लगे
नवरात्रो में मेरी मैया रानी घर घर कृपा देती कल्याणी
ऊँचे पहाड़ो से चल कर के दौड़ी दौड़ी आती दुर्गा भवानी
नवरात्रो में मेरी मैया रानी घर घर कृपा देती कल्याणी
ऊँचे पहाड़ो से चल कर के दौड़ी दौड़ी आती दुर्गा भवानी
माँ की किरपा का ये सहारा लगे
माँ का दरबार प्यारा लगे
सोने का मुकुट माँ के सर सोहे गले का हार माँ का मन मोहे
ऐसी दिव्य झांकी मेरी माँ की देवेंद्र तेरा रस्ता जोहे
सोने का मुकुट माँ के सर सोहे गले का हार माँ का मन मोहे
ऐसी दिव्य झांकी मेरी माँ की देवेंद्र तेरा रस्ता जोहे
माँ के चरणों में बस गुजरा लगे
माँ का दरबार प्यारा लगे
माँ का दरबार प्यारा लगे
माँ का दरबार प्यारा लगे