रे मन हरी सुमिरन कर लीजे
Re Mann Hari Sumiran
Re Mann Hari Sumiran -HD Video Download
जय जय राम राम श्री राम
रे मन हरी सुमिरन कर लीजे
हरी को नाम प्रेम सो जपिये
हरी रस रसना पीजे
रे मन हरी सुमिरन कर लीजे
हरी गुण गाइये सुनिए निरंतर
हरी चरणन चित्त दीजे
हरी भक्तन की शरण ग्रहण करि
हरी संग प्रीत करीजे
रे मन हरी सुमिरन कर लीजे
हरी हित खाइये पहिरिये हरी हित
हरी हित करम करिजे
हरी हित हरीसन सब जग सी ये
हरी हित मणि ही जीजे
रे मन हरी सुमिरन कर लीजे