श्याम के रहते क्यों करे फ़िकर Shyam Ke Rehte Kyu Kare Fikar खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स
श्याम के रहते क्यों करे फ़िकर Shyam Ke Rehte Kyu Kare Fikar खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स
Shyam Ke Rehte Kyu Kare Fikar Khatu Shyam Hindi Bhajan Lyrics
Singer By: Kumar Shanu Nanparadham
Lyrics By : Traditional
श्याम के रहते क्यों करे फ़िकर Shyam Ke Rehte Kyu Kare Fikar खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स Sung By : Kumar Shanu Nanparadham This version of song is written by Traditional श्याम के रहते क्यों करे फ़िकर Shyam Ke Rehte Kyu Kare Fikar खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स Publisher : SCI BHAJAN OFFICIAL It is written very beautifully, if you like this song, then share it with others, share it with your friends or Facebook or Whatsapp and give us support.
श्याम के रहते क्यों करे फ़िकर Shyam Ke Rehte Kyu Kare Fikar खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स -HD Video
Songs Info : बहुत ही सुन्दर गाना हैं श्याम के रहते क्यों करे फ़िकर Shyam Ke Rehte Kyu Kare Fikar खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स | श्याम के रहते क्यों करे फ़िकर Shyam Ke Rehte Kyu Kare Fikar खाटू श्याम हिंदी भजन लिरिक्स जिसे लिखा हैं Traditional और गया हैं Kumar Shanu Nanparadham बहुत ही सुन्दर तरह से लिखा गया हैं अगर ये गाना आपको अच्छा लगा तो दुसरो के साथ भी शेयर करे अपने दोस्तों या Facebook या Whatsapp पर शेयर करे और हमें सहयोग प्रदान करे .
संकट को आने दो,
तूफान मंडराने दो,
मेरे श्याम के रहते,
तुझे किस बात का है डर,
क्यों करता फिकर,
संकट को आने दों,
तूफान मंडराने दो…………..
संकट आते है आएँगे जाएँगे,
श्याम के रहते,
कुछ ना तेरा कर पाएँगे,
इनके रहते क्यों भटक रहा,
इधर से उधर,
क्यों करता फिकर,
संकट को आने दों,
तूफान मंडराने दो…………
कश्ती तेरी लहरे रोक ना पाएंगी,
खुद ही तुझे तेरी,
मंजिल तक पहुंचाएगी,
क्या रोके कोई उसको,
जिसपे श्याम की नजर,
क्यों करता फिकर,
संकट को आने दों,
तूफान मंडराने दो…………
कैसे हो हालात ये साथ निभाएगा,
लाज बचाने,
आता रहा और आएगा,
सुख दुःख का साथी बनकर,
साथ चलेगा उम्र भर,
क्यों करता फिकर,
संकट को आने दों,
तूफान मंडराने दो……………
‘शानू’ की हर बिगड़ी बात संवारी है,
कर ले यकीन,
क्योंकि अब तेरी बारी है,
तू छोड़ के सबकुछ,
करले इन पर थोडा सबर,
क्यों करता फिकर,
संकट को आने दों,
तूफान मंडराने दो………….
संकट को आने दो,
तूफान मंडराने दो,
मेरे श्याम के रहते,
तुझे किस बात का है डर,
क्यों करता फिकर,
संकट को आने दों,
तूफान मंडराने दो…………