सीता अग्नि परीक्षा राम हिंदी भजन लिरिक्स
Sita Agni Pariksha Ram Hindi Bhajan Lyrics -HD Video Download
ठहरे राम आप, पिता के समान,
लवकुश की व्यथा का करो निदान,
अग्नि परीक्षा क्यों ली सीता मैया की,
क्या मजबूरी थी कृपा निधान,
राम ने तर्क दिया……
सीता हरण कर के रावण की ती धूर्तता,
इकारण सिद्ध करना पड़ा सिय की शुद्धता,
राम ने घर से ज्यादा प्रजा रखा ध्यान,
नही चला ये तर्क….
एक असली सीता दूजी माया की सीता,
अग्नि परीक्षा ली ,वो थी ,माया की सीता,
कोई परीक्षा नही ली, लोगों को नही ज्ञान……