
श्रीमदभगवदगीता पञ्चदश अध्याय सभी श्लोक || Shrimad Bhagwad Geeta Chapter-15 All Shlok
#BHAKTIGAANE #MAHABHARATSHLOK #GEETASHLOK #GEETAUPDESH #KRISHNAUPDESH #MAHAKAVYASHLOK
Lyrics Name:श्रीमदभगवदगीता पञ्चदश अध्याय सभी श्लोक
Album Name:Shrimad Bhgwad Geeta Mahakavya
Published Year:2017
View In English Lyrics
श्री भगवानुवाच
ऊर्ध्वमूलमधःशाखमश्वत्थं प्राहुरव्ययम्।
छन्दांसि यस्य पर्णानि यस्तं वेद स वेदवित्।।
॥ श्लोक का अर्थ ॥
श्रीभगवान् बोले —
ऊपरकी ओर मूलवाले
तथा नीचेकी ओर शाखावाले
जिस संसाररूप अश्वत्थवृक्षको अव्यय कहते हैं
और वेद जिसके पत्ते हैं?
उस संसारवृक्षको जो जानता है?
वह सम्पूर्ण वेदोंको जाननेवाला है।
अधश्चोर्ध्वं प्रसृतास्तस्य शाखा
गुणप्रवृद्धा विषयप्रवालाः।
अधश्च मूलान्यनुसन्ततानि
कर्मानुबन्धीनि मनुष्यलोके।।
॥ श्लोक का अर्थ ॥
उस संसारवृक्षकी गुणों
(सत्त्व? रज और तम) के द्वारा बढ़ी हुई
तथा विषयरूप कोंपलोंवाली शाखाएँ नी...