#BHAKTIGAANE #LatestBhajan #BestBhajan
Lyrics Name: 25 Top Hindi Bhajan Shiv Ji Song By Anup Jalota
Singer Name: Anup Jalota
Album Name : Shiv Bhajan
Published Year: 2017
File Size: *
Time Duration :*
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#BHAKTIGAANE #SaiSaiJapBande
Lyrics Name:साईं साईं जप बंदे
Album Name: #SaiBhajan
Published Year:2011
File Size:9:MB
Time Duration:6:34
Singer Name: #ShashiSanha
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साईं साईं जप बंदे, क्यूं भक्ति से मुख मोड़ा है
कर ले साईं की भक्ति, रह गया यह जीवन थोडा है
चार दिन की बाकी है बंदे तेरी कहानी, सपनो से जागेगी कब तक तेरी जवानी
जप साईं का नाम रे बन जायेगे काम रे, एक बार जप ले एक बार
उसकी कश्ती पार हुई, जिस ने भी नाता जोड़ा है
कर ले साईं की भक्ति, रह गया यह जीवन थोडा है
मोह माया के बंधन भक्ति ना करने देंगे, संतो की संगति में चौंकी न भरने देंगे
पल पल बीता जाए रे, यूँ ही समय गवाए रे, एक बार, जप ले एक बार
सिर पे आके काल खड़ा, इसे साईं ने ही मोड़ा है
कर ले साईं की भक्ति, रह गया यह जीवन थोडा है
साईं जी की आखों में भक्ति का है खजाना, जिस ने भी की भक्ति उसपर...
#BHAKTIGAANE #LeGayiReHamaroChittChor
Lyrics Name:ले गयी रे हमरो चितचोर
Album Name: #KrishnaBhajan
Published Year:2011
File Size:18:MB
Time Duration:12:54
Singer Name: #BabaRasikPagal
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ले गयी रे हमरो चितचोर कन्हैया तेरी बंसुरिया
कन्हैया तेरी बाँसुरिया, कन्हैया तेरी बाँसुरिया
देवी पुजन चली एक दिन ले पूजा को थाल
मंदिर महू पहुंच न पायी मिल्यो नन्द को लाल
गयो निरख नयन की कोर, कन्हैया तेरी बाँसुरिया...
इक दिन प्रात उठी सखी री दही बिलोवन लागी
माखन काढ ना पायी तभी तीस ह्रदय में लागी
बैरन बाज उठी बड़ी भोर, कन्हैया तेरी बाँसुरिया
दही मटुकिया ले इख्लाती चली बेचने गोरी
घोर सांकरी ग्वाल संग ले घेर लई मैं गोरी
दई बरबस मटुकिया फोड़, कन्हैया तेरी बाँसुरिया
पी पी रस अधरन को सौतन भर गयी अधिक गुमान
एक बोल में नखरो भरी खींच लेत है प्राण
कोई चले न निगोड़ी पे...
#BHAKTIGAANE#AajTenuKehndiHaiRukmanRaani
Lyrics Name:आज तुम्हे कहती है रुक्मण रानी
Album Name:#KrishnaBhajan
Published Year:2011
File Size:6:MB
Time Duration:4
Singer Name:#NikunjKamra
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आज तुम्हे कहती है रुक्मण रानी,
आवीं कुण्डला वालेया, आवीं हारा वालेया
पिता मेरे ने मन मे विचारा, वर ले रुक्मण श्याम प्यारा
भाई मेरे ने जुलम कमाया, शिशुपाल वेआवन आ गया
रुक्मण रानी लिख रही पाती, श्याम सुन्दर मेरे बन जाओ साथी
दासी तेरी अरज गुजरे, शिशुपाल वेआवन आ गया
विप्र तुर पड़े रात बाराती, जा मोहन को दीनी पाती
पाती पड़ कर ला ली छाती, और रथ को खूब सजा लिया
मोहन तुर पड़े सुबह सवेरे, जा मन्दिर मे ला लाये डेरे
रुक्मण आई करने पूजा, बाजु पकड़ रथ मे बिठा लिया
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